The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
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इस तरह की साधना भी वही काम करती है. ये साधक में एक आकर्षण या फिर चुम्बकीय प्रभाव पैदा करती है जिसकी वजह से कोई भी उनके आकर्षण से बच नहीं पाता है.
मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना के दौरान यही उर्जा सीधे सामने वाले पर असर करती है.
स्थान चुनें: वशीकरण मंत्र का उच्चारण करने के लिए शांतिपूर्वक और शुद्ध स्थान चुनें। एक ध्यान मंदिर या अपने पूजा स्थल का उपयोग कर सकते हैं।
विधि: मंगलवार के दिन सबेरे हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें। फिर उपर्युक्त मन्त्र को सवा लाख जपकर सिद्ध करें। इसके पश्चात् मस्तक पर चन्दन का तिलक लगाकर वहाँ से इसी मन्त्र का जप करते हुए इच्छित स्त्री या पुरुष के पास जाएं। इस क्रिया से वह आपके वश में हो जाएगा/हो जाएगी। अमुक के स्थान पर उसका नाम अवश्य लें। (और पढ़ें; हनुमान सिद्ध शाबर मंत्र
यद्यपि कुछ लोग इन मंत्रों का उपयोग सत्य, न्याय और नैतिकता के अनुसार करते हैं, जहां वे उच्च मान्यताओं, सच्ची इच्छा, और सही उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए किए जाते हैं, वहीं अन्य लोग उन्हें अनैतिक और अन्यायपूर्ण मानते हैं। उचित और न्यायसंगत उपयोग के साथ, वशीकरण मंत्रों का उपयोग व्यक्ति के और दूसरे व्यक्ति के बीच संबंधों में विश्वासघात और अन्याय से बचने में सहायता कर सकता है।
कामाख्या में एक विशेष प्रकार के सिन्दूर को कामिया सिन्दूर कहा जाता है। ऐसा और कहीं नहीं मिलता. ऐसा माना जाता है कि अगर विवाहित महिलाएं यह सिन्दूर लगाती हैं तो उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यदि इसे आह्वान किया जाए तो इसके चमत्कारी प्रभाव से दैनिक जीवन में आने वाली किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है। इसे आमंत्रित करने की विधि तो सरल है, लेकिन नियम-कायदों का पालन करना जरूरी है।
ईन्ना आत्वैना शैताना मेरी शिकल बन फलानी के पास जाना, उसे मेरे पास लाना, न लावे तो तेरी बहन भानजी पर तीन सौ तलक।
हालाँकि मोहिनी मंत्र वशीकरण साधना कोई स्थायी साधना नहीं है क्यों की वशीकरण की तरह इसमें हम अपने आकर्षण को बढाते है जिसकी वजह से सामने वाला मोहित होता है.
सही मंत्र: उद्देश्य के अनुसार विशिष्ट मंत्रों का चयन किया जाता है।
कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए.
अगर आप प्रेमी प्रेमिका है तो आपको कुछ सावधानी रखनी चाहिए.
इस पुस्तक में आठ सिद्धियां दी गई हैं जिनको कि विधिपूर्वक करने से मनुष्य अवश्य सफल होता है। वह सिद्धियां इस प्रकार हैं। (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या (८) यन्त्र, मन्त्र और तन्त्र here विद्या । वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।
परिणाम व्यक्ति और स्थिति के अनुसार अलग-अलग होते हैं।